मेघ + आलय = मेघालय, जिसका अर्थ है जहां बादलों का घर है अपने नाम को सार्थक करता हुआ नॉर्थईस्ट का ये राज्य बेहद खुबसूरत, वॉटरफॉल, ऊंचे सुपारी के पेड़ और बहुत पुराने जड़ों वाले वृक्षों से भरपूर है, नीले और हरे रंग का पानी और सबसे साफ नदी, गांव का खिताब लिए हुए, खासी, गारो और जैंतिया ट्राइब्स का ये घर है, चेरापुंजी जहां सबसे अधिक वर्षा होती है इसी राज्य में है
जैसा की मुझे ऑफबीट जगहों को घूमने का शौक था तो मैंने नॉर्थईस्ट में सबसे पहले सिक्किम और फिर मेघालय चुना
आप भी इस राज्य कि खूबसूरती देखे और वहां जाने के प्लान करने में आपको आसानी हो इसलिए यहां इस ब्लॉग में आपको सारी जानकारी दी जा रही है
मेघालय अब दूर नहीं, इस ब्लॉग में आपको मिलेगी मेघालय के बारे में सारी जानकारी, जिससे आप मेघालय बड़े आराम से प्लान कर सकते है …
तो इस ब्लॉग को इत्मीनान से पढ़िए और ब्लॉग के अंत तक आपको मेघालय के बारे में सब पता चल जाएगा
तो चलिए शुरू करते है…
How To Reach:
The nearest Airport/Station is Guwahati
– Guwahati is a gateway to enter Northeast states
How To Reach Shillong:
Guwahati – 100km – Shillong
1. Share Taxi
2. Share Bus
3. Self Drive Car From Guwahati
4. Rented Two Wheeler From Guwahati
( Solo/Duo)
5. Booked Vehicle From Guwahati – Guwahati
हमने पूरी ट्रिप के लिए गुवाहाटी से गुवाहाटी इनोवा बुक की थी जिसका चार्ज लगभग 4500 पर डे था
Season: Except Heavy Rainfall July-Sept All seasons are Pleasant to explore.
#Day1
एयरपोर्ट के बाद हमारे पास थोड़ा टाइम था तब तक हम चांदूबी लेक घूम आएनॉर्थईस्ट ट्रिप की ये पहली जगह है
एयरपोर्ट से 40 km दूर चाय बगान से निकलती हुई
चांदुबी लेक, कमलों से भरी, हरियाली के बीच सिर्फ 50
रुपए में आप इस बेहतरीन लेक में बोटराइड का आनंद उठा सकते है
नॉर्थईस्ट ट्रिप की ये पहली जगह है
एयरपोर्ट से 40 km दूर चाय बगान से निकलती हुई
चांदुबी लेक, कमलों से भरी, हरियाली के बीच सिर्फ 50
रुपए में आप इस बेहतरीन लेक में बोटराइड का आनंद उठा सकते है
अगर आप गुवाहाटी रुकने वाले है तो सिटी की तरफ जाइए कामख्या देवी टेंपल घूमिए और पलटन बाजार के आस पास कोई होटल या होटल आर्नेट में रूक सकते है, वहां से रेलवे स्टेशन, फैंसी बाजार और जी एस रोड बिल्कुल पास है जहां पर आसाम सिटी का माहोल देखा जा सकता है ..
और अगर आप उसी दिन शिलांग निकलना चाहते है तो बेहतर है सिटी के ट्रैफिक में न घुसते हुए सीधे शिलांग निकल जाए और गुवाहाटी शिलांग के रास्ते में पड़ने वाली उमियम लेक का आनंद दिन दिन में लेले
गुवाहाटी नॉर्थेस्ट का गेटवे है वहां रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट दोनो उपलब्ध है और दोनो के बाहर से ही शिलांग के लिए शेयर टैक्सी मिल जाएगी, लगभग 3 घंटे में आप शिलोंग पउच जाएंगे और वहां से अगले दिन आप की मेघालय की यात्रा शुरू हो जाएगी
Where To Stay:
Guwahati: The Ornate (Patlan Bazaar)
Shillong: Shaurya Inn (Police Bazaar)
पुलिस बाजार और पलटन बाजार, जी एस रोड गुवाहाटी और शिलांग के मेन एरिया है जहां आपको शहर की सारी हैपनिंग मिलेगी और बाय वॉक आप एक्सप्लोर कर सकते है इसलिए बेहतर की आप इसी के आस पास होटल ले और ट्रैफिक में फसने से बचे
#Day2
तो रात हम शिलोंग पउच गए
बड़ी रात हो गई यहां शाम 5 बजे ही 9 बजे की तरह अंधेरा हो जाता है और घड़ी देखो तो लगता है घड़ी बंद हो गई है शायद, बाजार भी जल्दी बंद होता है वेज खाने के लिए इधर से उधर दौड़ना पड़ा, सामने एक मैक्राउन करके होटल है वहां से पार्सल लिया
पुलिस बाजार में ओयो की शौर्या इन में रुके
और अगली सुबह 8 बजे निकल गए फी फी वाटरफॉल के लिए, रास्ते में रुककर व्यूज के साथ नाश्ता किया
शिलोंग से वाटरफॉल के लिए आपको जवई रोड से जाना होगा लगभग 80 km दूर है, वहां पहुंचकर पहले बोट से एक नदी पार करो और फिर ट्रेक शुरू होती है बहुत ही सुंदर रास्ते के साथ, फ्लैग्स को फॉलो करते हुए चलते जाइए
वहां एक और वाटरफॉल भी है जो सुंदर है थोड़ा जंगल के रास्ते नीचे उतरकर जाना होता है पर वहां पूल जैसा नहीं है जहां आप बाथ ले सके, पहले हम भी धोखे से वहीं पउचे लेकिन मुझे कहीं न कहीं पता था कि फी फी में तो अच्छा खासा पूल है
फिर पता चला नीचे एक और बहुत बड़ा वाटरफॉल है
जल्दी जल्दी वापस चढ़ कर फ्लेग्स को फॉलो करते हुए गए
फी फी आखिर पउच हि गए, कुछ लोग तो फी फी के भाई से हिम्मत ही नहीं कर पाए आने की और उसी से संतुष्ट होकर चले गए
जब हम फी फी पउचे वो नजारा देख कर पीछे का सब भूल गए बहुत ही ऊंचाई से हीरे की तरह गिरता हुआ पानी और नीचे पूरा हरा और नीले रंग का पूल, उफ्फ
मजा आ गया, पानी बेहद ठंड मुझे लगता है 2-3 डिग्री होगा
हमारे एक साथी ने हिम्मत दिखाई और डुबकी लगा ली फिर क्या था हम सब भी कूद पड़े, और यकीन मानिए वो इतना सुखद अनुभव था की ये लिखते हुए भी महसूस कर पा रही हूं।
मेघालय में बहुत सारे वाटरफॉल है इसलिए एक सेट कपड़े हमेशा ही अपने बैकपैक में रखे, क्योंकि कहीं भी कूदने का मौका मिल सकता है …और इस मौके को बिल्कुल न गवाएं
फी फी अभी बाकी था जब हम ऊपर चढ़ कर आए तो सूरज हमारा इंतजार कर रहा था, गोल्डन आर शुरू हो चुका था और 360 degree व्यू सामने था, हरा जगह गोल्डन घास, और बेहतरीन लैंडस्केप …
क्या बेहतरीन दिन था…
आज रात का प्लान शेनोंपडेंग में रुकने का था जो की एक गांव है और जहां पर उमंगोट/द्वाकी नदी के किनारे कैंप्स और बहुत सारी एक्टिविटीज होती है
दिन तो दिन रात हमने उमंगोट नदी के किनारे कैंपसाइट में बिताई, रात अंधेरा था जब हम वहां पौचे कैंपसाइट, बोनफायर, मैगी और नदी की कल कल करती आवाज…
अब सबको सुबह का इंतजार था.. की उफ्फ क्या नजारा होगा और कौन होगा जो सबसे पहले उठकर ये नजारा देखेगा..
Where To Stay:
Shillong: Hotel Shuarya Inn
Shenongpedong: Brightstar Campsite
#Day3
चलिए मेघालय की यात्रा को आगे बढ़ाते है, रात हम उमंगोट नदी के किनारे कैंप साइड पे रुके और बोनफायर, मैगी, नदी की आवाज, हल्की रोशनी में दिखता पानी, नाव और मिकी कैंपिंग साइट से टिफिन में आए खाने का लुफ्त उठाया…
अगली सुबह का इंतजार खत्म होता है एक खूबसूरत नजारे से जितना सोचा था उससे भी सुंदर…
कुछ देर हम नजारे को निहारते हुए चाय वगैरा पी
और आज के दिन के रोमांच के लिए त्यार हुए
कोई क्याकिंग के लिए कह रहा है तो कोई बोट राइड
हम सबने अलग अलग कयाक ली और एशिया की सबसे साफ नदी में बोट उतार दी…
साफ पानी, हरा पानी कभी मछलियां भी दिखती
चलाते चलाते हम क्लिफ जंपिंग की साइट पर पहुंच गए
वहां से क्लिफ जंपिंग की अत्यंत ठंडे पानी में और खुद को नदी के हवाले कर दिया…
थोड़ी देर बाद .. ऊपर के हैंगिंग पुल से हम नदी का नजारा देखने चले गए
वहां से नदी का ड्रोन व्यू है, और अभी दिन खत्म नहीं हुआ था
क्योंकि द्वाकी जो नदी भारत और बांग्लादेश को जोड़ती है उसका अनुभव अभी बाकी था…
इसके बाद हम इंडिया बांग्लादेश के बॉर्डर पर गए लगभग 3 बजे गए थे और वहां से द्वाकी नदी के बोट राइड के लिए निकल गए…
Stay at Shenogpdeng Village
Brightstar Campsite
(Host: Mickey, Camp Beside Umangot River)
Contact: +91- 87876 59582
Cost: 1200/- Including Dinner + Breakfast + Bonfire
Kayaking: 600/- Boat
Cliff Jumping: 300/-
Dwaki Boat Ride: 800/- Boat
(Max 3 Adults)
मैं आपको बता दूं उमंगोत और द्वाकी एक ही नदी है
आपको कैंपिंग और बाकी सारी एक्टिविटीज उमनगोट के किनारे करनी है और बोएटराइड आपको द्वाकी में करना है
द्वाकी नाम उस नदी को दिया गया है जो बांग्लादेश निकल जाती है, वहां पर बोट राइड का अनुभव अद्भुत है …
#Day4
Bamboo Trek is One of the Offbeat Trek to add in your Meghalaya Itinary
द्वाकी से सनसेट देखकर हम पुनुर्सला में बहुत ही प्यारे से होटल @delibaiarguesthouse में रुके, एक बहुत ही साफ और सुंदर होटल जो मैने ऑनलाइन बुक किया था…
जैसे ही हमने ऑनर से पूछा खाने का क्या है
तो उन्होंने बताया की 1 किमी दूर बहुत ही बढ़िया वेज रेस्टोरेंट है @kabriwar
जहां भूख चरम सीमा पर थी और ऊपर से वेज रेस्टोरेंट बस हम जल्दी फ्रेश होकर पउच गए, बहुत ही अच्छा साफ सफाई और बिल्कुल नॉर्थ के स्वाद वाला खाना मिल गया
और अब त्यार थे कल के Bamboo Trek के लिए
सुबह हर दिन की तरह हम 8 बजे निकल गए और “काव री वार” में नाश्ता किया
और बंबू ट्रेक के बेस प्वाइंट पर पउच गए, यहां पर भी आस पास रहने के लिए होमस्टे और ट्रेक गाइड मिल जाएगा, चेकप्वाइंट से एंट्री करके आप अपनी ट्रेक शुरू कर सकते है
Pynursala – 40 Km – Bamboo Trek Base Point
सबने कहा की बंबू ट्रेक डरावनी है और खतरनाक भी, बात भी सही है बंबू की सीढ़ियों से शुरू होकर ये ट्रेक पूरे के पूरे बम्बू ब्रिज में बदल गई, ट्रेक का 70 प्रतिशत हिस्सा बम्बू का है और पत्थरों के बीच के गैप को भरने के लिए बम्बू के ब्रिज बनाए हुए है
ऊपर, नीचे जाते हुए बम्बू की सीढ़ियां और जो सबसे खतरनाक हिस्सा है वो है हवा में लटकता बंबू ब्रिज, जिस पर बस भगवान भरोसे ही चढ़ कर निकला जा सकता है
और ट्रेक बड़ी लंबी है चलते जाओ चलते जाओ बस…
ऐसे एक दो ब्रिज पड़े जो बिना किसी सहारे के बस लटके हुए है और आखिरी में आता है सीधा खड़ा ब्रिज जहां पर चढ़कर नीचे देखनी की हिम्मत नहीं होगी
लगभग 3 घंटे जाने में लगे, ऊपर से नजारा बहुत सुंदर था, कुछ देर बिताकर हमने उतरना शुरू कर दिया,लौटते हुए बीच में एक झरना पड़ा जहां हम सब कूद पड़े
थोड़ी देर में पूरा अंधेरा हो गया और मोबाइल की टॉर्च के सहारे धीरे धीरे हम ऊपर आए आते आते लगभग 8 बज गए फिर पास की एक दुकान में चाय और मैगी खाई गई
और खुबिलाई कहकर अपने आगे की यात्रा के लिए निकल पड़े, खासी भाषा में खुबिलाई का अर्थ धन्यवाद है, तो जब भी आप मेघालय जाए खुबीलाई बोलना न भूले
बंबू ट्रेक बहुत ही अच्छा और अलग एक्सपीरियंस था और बिल्कुल लास्ट प्वाइंट से वैली का सारा नजारा बहुत खूबसूरत था, आज रात का स्टे चेरापुंजी में था
Mawryngkhang, Bamboo Trek – 50km – Cherapunji
Stay at Pynursala:
@delibaiarguesthouse (booked from goibibo)
For Local Guide/Homestay at Bamboo Trek:
Connect with Kaari : 98637-20334
#Day5
कल रात बम्बू ट्रेक के बाद हम चेरापूंजी में थे, हां चेरापूंजी जिसका नाम हम बचपन से सुनते आ रहे है की सर्वाधिक वर्षा वाला छेत्र है और ये क्या यहां बारिश नहीं हो रही
धूप निकली हुई है आसमान बिल्कुल नीला और शहर बिल्कुल साफ, चेरापुंजी को सोहरा भी कहते है और ज्यादातर इसी नाम से जाना जाता है
चेरापुंजी में आपको बहुत से फुटबॉल ग्राउंड मिल जाएंगे केव्स और बहुत सारे वाटरफाल
तो आज का प्लान था थोड़ा लोकल सोहरा देखन और फिर लिविंग रूट ब्रिज के लिए निकल जाना
हालाकि मवसाई केव्स बहुत बड़ी है और फेमस है पर हम कम भीड़ वाली जगह जाना चाहते थे इसलिए आरवा गए
और मवसाई के बाहर के बाजार से कुछ समान लिया
तो हमने यहां व्यू प्वाइंट देखा, Nohkalikai Waterfalls, थोड़ा बाजार और आरवा केव्स, बाजार से souvniers लिए, चेरापुंजी के बाजार के बाद मुझे कहीं भी souvniers नही मिले बेहतर है आप यही से लेले जो भी लेना है, ये बाजार मावसाई केव्स के बाहर है
Wei Sawdong वॉटरफॉल जरूर देखे, ये थ्री लेयर वॉटरफॉल है और इसका नजारा अदभुत है ये चेरापुंजी में है
Where To Stay:
Cherapunji: Bell’s Bixa Homestay
Veg Restaurant at Cherapunji
1. Jiva Veg (Many Branches)
2. Mango Roots
लोकल चेरापुंजी एक्सप्लोर करके आज हम त्यार थे एक महान दिन के लिए क्योंकि आज ही हम “लिविंग रूट ब्रिज”
कि ट्रेक शुरू करने वाले थे
चेरापुंजी से 13 किमी दूर एक विलेज है जिसका नाम है “तायरना”, यहां तक गाड़ी जाती है इसके बाद लगभग 3500 सीढ़ियों के उतरने का कारवां शुरू होता है
ये सीढ़ियां कभी ढलान, कभी चढ़ाव, तो कभी बिल्कुल सीधी जैसे आप आसमान की ओर जा रहे है ऐसी बनी हुई है
सीढ़ियां उतरकर आप “नोंगरियात” विलेज पौंचते है जहां पर दोनो ब्रिज है, सिंगल रूट और डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज
उतरना ज्यादा आसान है और नजारे, बीच में विलेज वाले, साथ में छोटी छोटी दुकानें में बिकता नींबू पानी, अनन्नास, खीरा वगैरा खाकर आप आसानी* से उतर सकते है
जब आप एक बार सिंगल रूट ब्रिज पउच जाते है तो लगता है की इतना भी कठिन नहीं था और डबल ब्रिज भी पास ही होगा और कितना दूर होगा आखिर
लेकिन आप गलत है … डबल डेकर तो आने का नाम ही नहीं ले रहा, मजाल है की दिख जाए, किसी से पूछो तो बस 5 मिन और हम पिछले 50 मिनिट से चल रहे है….
बीच में बहुत सुंदर पुल आया और नीचे बहता नीला पानी,
सुपारी के बहुत सारे पेड़, और बहुत सारे पुराने और न जाने कितने ऊंचे, जटिल जड़ो वाले पेड़ दिखे,जंगलों के बीच से गुजरते हुए …
आखिर लिविंग रूट ब्रिज आ ही गया, इतना विशालकाय पेड़ और एक तरफ से दूसरी तरफ जड़ो से बना पुल
सारी थकान एक तरफ, फिर एक एक करके पुल पर चढ़े
सामने बहता बिल्कुल साफ पानी और उसमे बड़ी बड़ी मछलियां
लिविंग रूट ब्रिज के बारे में मैं न जाने कब से सोचती थी और आज में उस पर चल रही थी
पहले उस पर थी फिर नीचे उतरकर देर तक निहारती रही
जड़े बेहद मजबूत की उनपर भरोसा किया जा सके आसानी से
आज रात हम इसी विलेज में रुकने वाले थे इसलिए में इसे कल सुबह फिर से देखूंगी…
शाम हो गई हम अपने स्टे पर आ गए
रात जंगल के बीच छोटे छोटे केबिंस में रहे
अगली सुबह यही से रेनबो वॉटरफॉल का ट्रेक करना था
शाम यहां कैसे पौचे, क्या क्या हुआ में गुजरी…
Stay At Nongriyat Village:
Santina’s Home Stay
Cabin Cost: 300/-
Food: 150/-
Book By Phone:
(98620 58369)
आपको मेघालय यात्रा के लिए रिलायबल और ऑथेंटिक ट्रिप प्लानर चाहिए तो मुझे अपनी रिक्वायरमेंट्स इंस्टाग्राम पर मैसेज करे
#Day6
कल रात हम नोंगरियात विलेज के छोटे छोटे केबिंस में रुके बहुत बढ़िया नींद आई, बिल्कुल लिविंग रूट ब्रिज के पास
आज सुबह हम लिविंग रूट ब्रिज से 1 घंटा, ऐसा लिखा था
रेनबो वॉटरफॉल का ट्रेक शुरू करना था
हम ठीक सुबह 6 बजे उठ गए थे और 7 बजे हमने ट्रेक शुरू कर दी अभी रास्ते में सिर्फ हम ही थे
रास्ता के डायरेक्शन बहुत अच्छे से दिया हुआ है बस अपनी अक्ल लगाए बिना उसे फॉलो करते जाना है
बहुत खूबसूरत घने जंगल का रास्ता, बड़े बड़े पेड़ और पता चला वहां लिविंग रूट ब्रिज जैसे और भी बहुत बड़े और पुराने पुल है जिन्हे बंद किया हुआ है
नदी पार करने से ठीक पहले एक बहुत बड़ा उम्रदराज पेड़ दिखा और जिसकी जड़ ना जाने कहां कहां तक फैली थी लगभग हर जगह, इतना फैला की उस पर कोई घर बना ले …
रेनबो वॉटरफॉल के साथ भी वही हुआ बस हम चलते जा रहे थे और वाटफॉल है की आ ही नहीं रहा
रेनबो वॉटरफॉल से थोड़े पहले ब्लू लगून आता है लगा की बस यहीं रुक जाते है फिर लगा की नही यहां रुक गए और पानी घुस गए तो आगे जाना नही हो पाएगा
फिर हमने बढना शुरू कर दिया पूरे 3 घंटे लग गए हमको जिसमे बीच में हमने थोड़े ब्रेक्स लिए, फोटोज खींचे
लेकिन वहां पहुंचकर जो नजारा था फिर वही पूरी थकान छू मंतर
हमने लगभग एक घंटा वहां बिताया, ठंडे नीले और साफ पानी में डुबकी लगाई, झरने को इत्मीनान से निहारा
और जब तक हम निकले ये क्या रेनबो सच में दिखने लगा
मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ
की सच में इस झरने ने अपना नाम सार्थक कर दिया
तब तक वहां बहुत लोग पउच गए थे, इसलिए सुबह जल्दी उठना बहुत जरूरी है जितना ज्यादा जल्दी आप जाएंगे उतना एकांत और सुकून आप महसूस कर पाएंगे
आज ही हमलोगों को ऊपर चढ़ना था इसलिए हम रेनबो वाटरफॉल से 1 घंटे में वापस और 2 घंटे में तायरना विलेज पउच चुके थे
इसके बाद हम लोग एक ऑफबीट आइलैंड पर जा रहे थे
तो बने रहिए मेरे साथ …
#Day7
ये मेघालय की आखिरी जगह थी..बिल्कुल ऑफबीट, हम इस जगह के लिए लेट थे और पहुंचते बहुत रात हो जाएगी लेकिन मैं इस जगह जाना ही जाना चाहती थी तो बस…
Also Read:
- Must Watch Travel Shows
- Let me take you Hampi
- The way “WE” explored | Haridwar | Rishikesh | Dehradoon | Massourie
लिविंग रूट ब्रिज कि ट्रेक करके और रेनबो वॉटरफॉल के बाद हम ऊपर तायरना गांव पहुंच चुके थे, लगभग २ बज गए उसके बाद हम चेरापूंजी के “मैंगो रूट” वेज में खाना खाते हुए सीधे ऑफबीट आइलैंड निकल गए
ये चेरापुंजी से लगभग 130 किमी की दूरी पर है
बीच में एक टाउन आता है नॉनस्टोइन जिससे लगभग 8 किमी का खराब रास्ता था यहां खासी लोग रहते है और भाषा को समझना बड़ा मुश्किल है यहां दिन में ही पउच जाना सही है लेकिन हम बहुत लेट थे, काफी लेट थे रात के 10 बज रहे थे
ठंड इतनी की मोबाइल भी चलाते न बने, और गाड़ी के अंदर नेटवर्क न मिले सिर्फ बीएसएनएल ही चल रहा था
और फोन लगे तो सामने वाले को हमारी बात ही समझ न आए तो रात 10 बजे हम मेघलाया के इस तारों से भरे आसमान के नीचे कंपकपाते हुए खड़े थे क्योंकि हमे ये ऑफबीट आइलैंड घूमना था जहां बेहद कम लोग आते है
जिससे बुक किया था पहले वो किसी और को फोन लगाया फिर खासी में बात ट्रांसलेट होती और फिर हम तक उसका जवाब आता लगभग एक घंटे ये सिलसिला चला
फिर हम कोई लेने आते हुए दिखा सांस में सांस आई
हम बस जरूरी समान लेकर उसके पीछे भगवान भरोसे चल दिए
बीच में ब्रिज था और बाकी हर जगह पानी
15 मिन बाद लगभग हम कॉटेज पउच गए
2 बेडरूम का एक कॉटेज साथ में हाल और हर कमरे में वाशरूम और बाहर एक कॉमन किचन …
खाना हमने खुद बनाया और यहां खाना का समान भी आपको खुद लाना पड़ता है, कुक भी मिलता है लेकिन आज हम बहुत लेट थे और जो व्यक्ति हमे लेने आया था उसको खासी ही समझ आती थी
डरने जैसे कोई बात नही है बस दिन में पहुंचने की बात है
एक लास्ट प्वाइंट जो की एक बड़ा मैदान जैसा है वहां पार्किंग है और गाड़ी वहां तक आ जाती है उसके बाद 15 मिनट का पैदल रास्ता है जिसमे बीच में एक पुल भी आता है, 8 km खराब रास्ते से आने के बाद लौटना तो मुमकिन नहीं था
बोनफायर जलाई गई, वेज पुलाव खाया गया और आज के एडवेंचर के बारे में बात करके कल सुबह अब इस आइलैंड के नजारे के इंतजार….
सुबह उठकर हम सब बालकनी में भागे और जो नजारा था वो अदभुत थे, यहां के बादलों ने सच में मेघालय में होने का एहसास दिलाया, एक बहुत ही बड़ी खुली जगह, पानी और खेलते बच्चे
इस आइलैंड का नाम है “नोनखुनम आइलैंड”
आज का दिन आराम के लिए रखा था शांति से घूमते रहे
बच्चों से बातें की सुबह का नाश्ता खुद बनाया और बस सुकून कि सांस ली…रात को कुक से खाना बनवाया और बोनफायर का आनंद उठाया
Place: नोनखुनम आइलैंड
Contact For Booking: +91 60000 61270
Private Taxi Available
Take Raw Food Material With You
Book in advance
Cost: 3000/- Per Cottage
इसके अलावा एक और ऑफबीट विलेज है जिसका नाम है
Kongthong:is known as the “whistling village आप एक दिन यहां पर भी रुक सकते है
आपको मेघालय यात्रा के लिए रिलायबल और ऑथेंटिक ट्रिप प्लानर चाहिए तो मुझे अपनी रिक्वायरमेंट्स इंस्टाग्राम पर मैसेज करे
Pro Tips About Meghalaya
- अगर आपके पास सीमित समय है तो मेरा सुझाव है आप गाड़ी बुक कर ले, पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ज्यादा वक्त लगेगा और एक दिन में आप 2 से 3 जगह नही घूम पाएंगे
- ऑफबीट जगहों के लिए आपको प्राइवेट टैक्सी करनी होगी यहां तक कि लिविंग रूट ब्रिज के लिए और किसी भी जगह का कितना भी पैसा देना होगा
- आप शिलांग से शिलांग भी गाड़ी बुक कर सकते है या टू व्हीलर किराए से ले सकते है
- आप Dwaki के बाद Mawlynong क्लीनेस्ट विलेज ऑफ एशिया भी घूम सकते है और रात वहां रुककर अगले दिन वहां से बम्बू ट्रेक के लिए निकल सकते है
- बीच बीच में जो खाने की छोटी दुकानें है वहां कुछ खास नहीं सिर्फ मैगी और फल ही मिलेंगे बेहतर है आप अपने साथ कुछ स्नैक्स लेकर चले और साथ ही अच्छा ब्रेकफास्ट अपने होटल से करके चले
- वेज खाने के लिए आप जीवा वेज, मैंगो रूट और काब रि वार जरूर ट्राय करे
- संडे को लिविंग रूट ब्रिज बंद रहता है तो उसके अनुसार प्लानिंग करे
- हर जगह वॉटरफॉल है तो एक सेट कपड़े अपने बैकपैक में जरूर रखे
Stay Summary:
Shillong – Shaurya Inn: 2500 Per Room
Shnongpdeng – Brightstar campsite
1200/- Food + Stay + Bonfire
Cherrapunjee – Bell’s Bixa Homestay/Shalom Guest House 2500 Per Room
Nongriat – Santina Homestay 300 Per Person
Pynursla – Deli biar 2300 Per Room
You can also read:
1. Complete Guide To Andaman & Nicobar
2. Solo Traveling To an Offbeat Village of Himanchal
उम्मीद है आपको ये ब्लॉग अच्छा लगा होगा और आपके सारे सवालों का जवाब भी मिल गया होगा तो मुझे इसी तरह प्रेरित करे लिखने और वीडियो बनाने के लिए मेरा यूट्यूब चैनल जरूर सब्सक्राइब करे और कमेंट में अपने सवाल पोस्ट करे और बताए कैसा लगा आपको ये ब्लॉग
अगर आप यहां कहीं भी रुकते है और किसी से भी मिलते है तो मेरा रिफ्रेंस जरूर दे क्योंकि मैं vocal for local को सपोर्ट करने की कोशिश कर रही हूं तो उन्हे अच्छा लगेगा
सिक्किम विडियोज:
Solo Trip To Sikkim
1. https://youtu.be/ZKtRI2sHKZo
2.https://youtu.be/JO_6pddRIUA
3.https://youtu.be/Z-XxQQxrNhY
Connect with Me on YouTube and Instagram
Any queries, please DM on Instagram.
Ghumte Raho With Ghumakkad Bandi